कक्षा VI हिंदी पुनरावृत्ति परीक्षा- I
मल्हार से-
पाठ 5 रहीम के दोहे
पाठ 7 जलाते चलो
पाठ 8 सत्रिया और बिहू नृत्य
पाठ 9 मैया मैं नहिं माखन खायो
पाठ 10 परीक्षा
पाठ 11 चेतक की वीरता
समय सीमा- 1 घंटा कुल अंक- 20
1. निम्नलिखित दोहे का भावार्थ अपने शब्दों में लिखें- 5
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो छिटकाय।
टूटे से फिर न मिले, मिले गाँठ परि जाय।।
2. निम्नलिखित पंक्तियों का भावार्थ अपने शब्दों में लिखें- 5
रण-बीच चौकड़ी भर-भरकर, चेतक बन गया निराला था।
राणा प्रताप के घोड़े से, पड़ गया हवा को पाला था।
गिरता न कभी चेतक-तन पर, राणा प्रताप का कोड़ा था।
वह दौड़ रहा अरि-मस्तक पर, या आसमान पर घोड़ा था।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में दीजिए- 5x2=10
(i) पाठ 'परीक्षा' में सरदार सुजान सिंह ने महाराजा से क्या विनय की?
(ii) पाठ 'मैया मैं नहिं माखन खायो' में श्री कृष्ण माँ यशोदा को अपनी सफाई में क्या-क्या कह रहे हैं?
(iii) पाठ 'सत्रिया और बिहू नृत्य' में रीना कौन थी?
(iii) पाठ 'सत्रिया और बिहू नृत्य' में रीना कौन थी?
(iv) 'जलाते चलो' कविता में अंधेरे या तिमिर के लिए कौन सी वस्तुओं के उदाहरण दिए हैं?
(v) बिहु एक कृषि आधारित त्यौहार है? कैसे?
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