एक लेखक का सपना
कुछ लिख दूँ ऐसा कि कलम को पहचान मिल जाए
रचनाओं की बगिया में मेरी कविता भी खिल जाए
परिवर्तन तो अटल नियम है इस पूरे संसार का ही
परिवर्तन के सागर में मेरी शब्द बूँदें भी मिल जाएँ
प्रेम व्यवहार में टूटते रहते हैं रोज़ कई-कई दिल
किसी दिल को मेरे शब्दों से कुछ राहत मिल जाए
प्रेमी को पत्र भेजने प्रेमिका बैठे जब सोच आँगन में
मेरी कोई रचना भेजने को उसके दिल को भा जाए
पर्व त्यौहारों को मनाने की संस्कृति रही है सदा हमारी
किसी पर्व में मेरी रचना का भी एक त्यौहार मन जाए
बच्चा सुनाने कविता को पलटे कविताओं के पन्ने जब
मेरी किसी कविता पर फिसल उसकी उंगली थम जाए
मैं गीत लिखूँ, कविताएँ लिखूँ, लिख दूँ कुछ कहानियाँ भी
कवियों-लेखकों की गोष्ठी में मेरा भी थोड़ा नाम हो जाए
लेखनी को शक्ति मिले, मैं लिख दूँ चुन-चुन हर विषय पर
विषय खतम होने से पहले मेरी 'गूँज' खतम न हो जाए
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