एक सलाम आर्मी के नाम
कितनी हिम्मत, कितना जज़्बा
कितना हौंसला दिल में होता होगा
जो खुद को स्वयं ख़तरे के
सामने खड़ा करता होगा...
कितनी मोहब्बत, कितनी परवाह,
कितना प्यार दिल में उसके भरा होता होगा
जो करोड़ों को बचाने की खातिर
स्वयं रास्ते में खड़ा होता होगा...
कितनी कुर्बानी, कितनी परेशानी
कितनी बमबारी वो झेलता होगा
जो मुश्किलों का सामना करने
तैनात सीमा पर होता होगा...
माँ उसकी राह तकती,
पत्नी इंतज़ार में रहती,
बच्चा उसके बिन ही बड़ा होता है
एक सलाम उसके लिए जो अपना
सब छोड़ सरहद पर खड़ा होता है
एक सलाम
आर्मी के नाम
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