शुभ दीपावली
बदी के तम को नष्ट कर नेकी का प्रकाश हो
दीपों से प्रकाशित होता खुला पूर्ण आकाश हो
मुस्कान सजी होठों पर दिल बैर-भाव से खाली हो
खुशियाँ लाए सुख समाए सबकी रौशन दिवाली हो
काली रात में दीप जुगनुओं की झिलमिल कतारें हों
कष्ट-पीड़ा-वेदना को भूल कर खुशी में झूमते सारे हों
प्रेमभाव फैलाने की अग्रिम पीढ़ी ने डोर संभाली हो
खुशियाँ लाए सुख समाए सबकी रौशन दिवाली हो
पाँच दिन के पर्व को उत्साहित बच्चे-जवान-वृद्ध सारे हों
घर को सजाकर, मिल-जुल कर देते तोहफे प्यारे हों
भोजन में मिले सबको पकवानों से सजी थाली हो
खुशियाँ लाए सुख समाए सबकी रौशन दिवाली हो
मोक्ष दिवस जैन धर्म में, बंदी छोड़ मनाते सिक्ख भाई हों
दयानंद निर्वाण दिवस में आँखों में सबके नमी आई हो
ग्रीष्म ऋतु की फसल से फैली अन्नदाता को खुशहाली हो
खुशियाँ लाए सुख समाए सबकी रौशन दिवाली हो
आप सभी को दीपावली के रौशन पर्व की ढेरों शुभकामनाएँ
गुंजन राजपूत👏👏👏
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आपका बहुत-बहुत धन्यवाद....🙏🏻🙏🏻🙏🏻